Tuesday, 27 February 2018

श्रीदेवी की मौत और मीडिया की बेशर्म पत्रकारिता


Sridevi death mystrey 

हमारे देश में सोशल मीडिया के उदय के बाद से  मेनस्ट्रीम मीडिया और खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ( न्यूज़ चैनल ) की विश्वसनीयता बेहद निचले स्तर पर पहुंच गई है दर्शकों की विश्वसनीयता में आई इस कमी के पीछे कई कारण हैं जैसे न्यूज़ चैनलों द्वारा अपने एजेंडे के अनुसार खबरों को दिखाना , बिना तथ्यों की जांच किए फर्जी खबरों पर घंटों डिबेट करना और अनावश्यक खबरों को मसालेदार तरीके से बार-बार दर्शकों के सामने प्रस्तुत करना  | 
पिछले शनिवार की सुबह जब लोगों को फिल्म अभिनेत्री श्रीदेवी की मौत की खबर मिली पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई और  लोग पूरी खबर की सच्चाई जानने के लिए न्यूज़ चैनलों के साथ चिपक कर बैठ गए , और फिर सामने आया भारतीय मीडिया का वो  शर्मनाक चेहरा जिसे देखकर न्यूज़ चैनलों के नाम से भी आपको घिन आ जाये | 
देश के सभी प्रमुख न्यूज चैनलों ने आधी अधूरी जानकारी के आधार पर श्रीदेवी की मौत को मसालेदार खबर बनाकर बेंचना  शुरू कर दिया | 
ABP News से लेकर टाइम्स नाउ तक सभी न्यूज़ चैनल  CBI ब्यूरो बन गए और बोनी कपूर से लेकर खुद श्रीदेवी तक को उनकी मौत का अपराधी करार दिया जाने लगा , किसी चैनल पर श्रीदेवी को ड्रग्स का आदी बताया गया  तो किसी पर बताया जा रहा था कि कैसे बोनी कपूर से कुछ दिन पहले ही उनका झगड़ा हुआ था इन खबरों में सबसे दिलचस्प पहलू ये था की सारी खबरें सिर्फ और सिर्फ पत्रकारों की कोरी कल्पना पर आधारित थी | 
वैसे तो घटिया स्तर की इस पत्रकारिता में कोई भी चैनल किसी से पीछे नहीं रहना चाहता था लेकिन हर आम और खास खबर को सनसनी बनाकर पेश करने वाले abp न्यूज़ ने हर बार की तरह इस बार भी पत्रकारिता के निम्नतम स्तर पर जाकर रिपोर्टिंग की | 

अब अगर श्रीदेवी की मौत में कोई संदेहास्पद पक्ष  है भी तो क्या भारतीय मीडिया रोज शाम को चार तथाकथित एक्सपर्ट्स को बैठाकर न्यूज़ पैनलों  पर यह केस सॉल्व कर देगी , दुसरे देशों में अगर ऐसा होता तो शायद ये माना भी जा सकता है की न्यूज़ चैनल सबूतों की खोजबीन करके मामले में नए तथ्यों की सामने ला सकते हैं मगर हमारे देश का मीडिया  तथ्यों की कितनी जांच करता है ये बताने के लिए आपको पिछले दिनों का एक उदहारण देता हूँ जब देश में 17 सालों से सर्वश्रेष्ठ न्यूज़ चैनल होने का दावा करने वाले आज तक ने "TIMES HOW" नाम के एक पैरोडी अकॉउंट के फ़र्ज़ी टवीट पर देश की तेज़ तर्रार पत्रकार अंजना ओम  कश्यप ने एक घण्टे  का डिबेट कर लिया था  
anjana om kashyap debates on fake tweet

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