Monday, 15 January 2018

क्या योगी , भाजपा को कर्नाटक में दिलायेंगे सत्ता ?

क्या योगी , भाजपा को कर्नाटक में दिलायेंगे सत्ता ?

image tweeted by @myogiadityanath

2014 के चुनावों में जब नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भाजपा को अप्रत्याशित जीत मिली तो उस समय नरेंद्र मोदी की पहचान एक बड़े हिंदूवादी नेता के रूप में होती थी लेकिन बीते 3 सालों के शासन में प्रधानमंत्री मोदी उस कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि से बाहर निकलने की कोशिश करते हुए नजर आए हैं |
प्रधानमंत्री मोदी के इमेज मेकओवर (छवि में बदलाव )के पीछे का प्रमुख कारण इस्लामिक देशों से भारत के संबंधों को मजबूत करना माना जाता है |
भाजपा समर्थकों का एक बड़ा वर्ग (खास तौर पर हिंदूवादी संगठन) प्रधानमंत्री मोदी के इमेज मेकओवर से असंतुष्ट था लेकिन पिछले साल उत्तर प्रदेश में मिली जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने न सिर्फ दक्षिणपंथी समर्थकों को संतुष्ट किया बल्कि हिंदुत्व को फिर एक बार प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बना दिया |

राष्ट्रीय परिदृश्य में योगी की एंट्री

ध्रुवीकरण के प्रतीक योगी आदित्यनाथ की राष्ट्रीय राजनीति में एंट्री हुई गुजरात और हिमाचल के चुनावों में जब योगी ने गुजरात में जाति के नाम पर बँट चुके पाटीदार और दलित समुदाय को भाजपा के पक्ष में लाने के लिए हिंदू एकता का विषय उठाया |
भले ही योगी आदित्यनाथ का हिंदुत्व कार्ड गुजरात में कुछ खास कमाल नहीं कर पाया मगर फिर भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा विकास के साथ हिंदुत्व को भी प्रमुखता दे रही है इसका कारण है कर्नाटक में कांग्रेस के शासनकाल में आए दिन हो रही दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं की हत्याएं | इन हत्याओं की वजह से वहां के हिंदुओं का एक बड़ा वर्ग यह मानता है कि प्रदेश सरकार सेकुलरिज्म के नाम पर वहां के बहुसंख्यकों के साथ भेदभाव कर रही है |
कर्नाटक भाजपा सिद्धरमैया के कथित भ्रष्टाचार पर कुछ भी खुलकर बोल नहीं पा रही है क्योंकि उसके नेता बीएस येदुरप्पा पर भ्रष्टाचार के कई मामले लंबित हैं ऐसे में कर्नाटक भाजपा योगी आदित्यनाथ को अपना स्टार प्रचारक बनाकर वहां भी हिंदुत्व एकता का नारा बुलंद करने में लग गई है |

योगी का प्रभाव

एक तरफ जहां हर राज्य में मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने वाली भाजपा इस बार योगी को आगे कर रही है तो वहीं भाजपा के हिंदुत्व का मुकाबला करने के लिए कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व का सहारा ले रही है विश्लेषकों का मानना है कि कांग्रेस का सॉफ्ट हिंदुत्व न सिर्फ उसे मुस्लिमों से जोड़े रखेगा बल्कि कांग्रेस की कथित हिंदू विरोधी छवि को भी तोड़ने में मददगार साबित होगा | यही कारण है कि गुजरात में राहुल गांधी के मंदिर दर्शन से शुरू हुआ सॉफ्ट हिंदुत्व का असर कर्नाटक में भी दिख रहा है तभी तो कर्नाटक के मुख्यमंत्री खुद को असली हिंदू व भाजपा RSS को नकली बताने में लग गए हैं |

निष्कर्ष

भाजपा का योगी आदित्यनाथ और हिंदुत्व को अपने एजेंडे में प्रमुखता देना राजनीतिक रुप से फायदेमंद रहेगा या नहीं ये तो आने वाला समय ही तय करेगा लेकिन भाजपा के इस कदम ने , न सिर्फ विपक्ष को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर किया है बल्कि सेकुलरिज्म नामक राजनीतिक उपकरण को भी अप्रासंगिक बना दिया है |

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