Friday, 30 March 2018

टाइगर श्रॉफ की बागी 2 रिलीज , स्पेशल स्क्रीनिंग में पहुंचे बॉलीवुड के बड़े स्टार्स


टाइगर श्रॉफ और दिशा पटानी की बहुप्रतीक्षित एक्शन फिल्म बागी 2 आज सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है टाइगर और दिशा के लिए बेहद खास है क्योंकि ये रियल लाइफ कपल पहली बार ऑनस्क्रीन रोमांस करता हुआ दिखाई देगा हालांकि दोनों ही अब तक अपनी रिलेसनशिप को दोस्ती का नाम देकर बचते रहे हैं | 
टाइगर और दिशा ने अपनी फिल्म के प्रमोशन में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी , इसी बीच कल यानि गुरुवार को मुंबई के एक सिनेमाघर में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई जिसमें बॉलीवुड के कई बड़े स्टार्स ने शिरकत की |


फिल्म की स्क्रीनिंग में बॉलीवुड की सुपरहिट जोड़ी अक्षय कुमार और सुनील शेट्टी नजर आए 


तो वहीँ टाइगर श्रॉफ की कोस्टार रह चुकी कृति सेनन अपनी बहन नूपुर सेनन के साथ बेहद खास अंदाज में नजर आयी | 


फिल्म की स्क्रीनिंग में टाइगर के मॉम - डैड यानि जैकी श्रॉफ और आयशा श्रॉफ भी एक साथ पहुंचे


तो वहीँ बॉलीवुड की यंग ब्रिगेड से चंकी पाण्डेय की बेटी अनन्या पाण्डेय भी चंकी पाण्डेय के साथ फिल्म का लुत्फ़ उठाने पहुँची | 
आपको बता दे की फिल्म बागी का पहला भाग निर्देशक साबिर खान ने डायरेक्ट किया था और फिल्म जबरदस्त हिट भी हुयी थी और इसीलिए फिल्म से दर्शकों को खासी उम्मीदें हैं | 

Thursday, 29 March 2018

हाउसफुल 4 बनेगी बॉलीवुड की सबसे महंगी कॉमेडी फिल्म , नजर आएंगे करीब दर्जनभर बड़े स्टार्स


पिछले कुछ समय से सामाजिक मुद्दों पर फिल्में बनाकर , दर्शकों की वाहवाही लूट रहे सुपरस्टार अक्षय कुमार हमें जल्दी अपने पुराने कॉमेडी अवतार में नजर आ सकते हैं खबरों के अनुसार सुपरहिट कॉमेडी फ्रेंचाइजी हाउसफुल के चौथे पार्ट पर निर्माता साजिद नाडियावाला ने काम शुरू कर दिया है फिल्म निर्माता साजिद नाडियावाला हाउसफुल 4 को बेहद भव्य तरीके से बनाने की तैयारी में है माना जा रहा है की फिल्म का बजट लगभग 200 करोड़ रूपये होगा | 
फिल्म में शानदार विजुअल इफ़ेक्ट के लिए साजिद नाडियावाला ने लंदन की डबल नेगेटिव नामक विजुअल इफेक्ट  कंपनी को हायर कर लिया है इस कंपनी ने इंसेप्शन , इंटरस्टेलर जैसी बड़ी हॉलीवुड फिल्मों में VFX का काम किया था |  खबर है कि फिल्म में  एक वर्चुअल वर्ल्ड बनाया जाएगा और ऐसी चीजें दिखाई जाएगी जो बॉलीवुड में पहले कभी नहीं दिखी हैं | 
पिछले कई हफ्तों से फिल्म के साथ किसी न किसी बड़े स्टार के जुड़ने की खबरें आ रही हैं लेकिन अब करीब-करीब फिल्म की पूरी स्टारकास्ट तय हो चुकी है फिल्म में  सुपरस्टार अक्षय कुमार, रितेश देशमुख , अभिषेक बच्चन और बॉबी देओल के साथ कृति सेनन , परिणीति चोपड़ा , पूजा हेगड़े और कायरा आडवाणी नजर आएंगी | 




फिल्म में चंकी पांडे और बोमन ईरानी भी सहायक भूमिका में नजर आएंगे तो वहीं फिल्म के निर्देशन की कमान एक बार फिर साजिद खान के हाथों में है | 
सुपरस्टार अक्षय कुमार फिल्म की शूटिंग इसी साल खत्म कर लेना चाहते हैं जिससे फिल्म में विजुअल इफेक्ट के काम के लिए पर्याप्त समय मिल सके , फिल्म की रिलीज डेट वैसे तो अभी तक तय नहीं है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि फिल्म अगले साल दीवाली पर रिलीज होगी | 

Monday, 26 March 2018

क्या आंध्र प्रदेश में भी बीजेपी कर पायेगी , त्रिपुरा की तरह कमाल ?


हाल ही में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने राज्य को स्पेशल स्टेटस देने के मुद्दे पर भाजपा से अपना  गठबंधन तोड़ लिया और उसके बाद से ही राजनीतिक विश्लेषक आंध्र की राजनीति में नए समीकरण और नयी संभावनाओं को तलाशने में जुट गए हैं
भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद एक तरफ जहाँ भाजपा समर्थक , राज्य में भगवा पार्टी के उदय का दावा कर रहे  हैं तो वहीँ दूसरी तरफ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने तेलगु भाषी राज्य को भाजपा के लिए सुनहरा अवसर बता रहे हैं |
तो चलिए हम भी राज्य में भाजपा के इन दावों की सच्चाई को समझने की कोशिश करते हैं 
तेलगु देशम पार्टी के मुखिया चंद्रबाबू नायडू के लिए नए गठबंधन बनाना और पुराने गठबंधन तोडना कोई नयी बात नहीं है इससे पहले 2009 में मुस्लिम वोटर के छिटकने के डर उन्होंने भाजपा से गठबन्धन तोड़ लिया था लेकिन 2014 में अपने राज्य में मोदी की लोकप्रियता को भुनाने के लिए दोबारा भाजपा से गठबन्धन कर लिया और राज्य की 25 में से 17 पर बीजेपी साथ जीत दर्ज की | 

टीडीपी को क्यों छोड़ना पड़ा एनडीए का साथ ?

दरअसल चन्द्रबाबू नायडू के एनडीए छोड़ने की असली वजह राज्य को स्पेशल स्टेटस नहीं बल्कि आंध्र प्रदेश में बदले राजनीतिक समीकरण हैं ,दरअसल आंध्र  प्रदेश में  विपक्षी दल वाईएसआर कांग्रेस ने राज्य को स्पेशल स्टेटस देने के मुद्दे पर भाजपा के बहाने टीडीपी को खलनायक की भूमिका में पेश कर दिया | जगन रेड्डी ने आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा न देने के बावजूद टीडीपी द्वारा भाजपा के समर्थन को ही मुद्दा बना दिया अब ऐसे में डैमेज कंट्रोल में जुटे चंद्रबाबू नायडू के पास भाजपा से गठबंधन तोड़ने के अलावा कोई बेहतर विकल्प नहीं बचा था 

राज्य में भाजपा की क्या है स्थिति ?

त्रिपुरा की जीत को यदि भाजपा समर्थक आंध्र के साथ जोड़कर देखते हैं तो ये शायद खुद कोधोखे में  बात होगी क्योंकि एक तरफ त्रिपुरा में जहाँ वामपंथी और कांग्रेस पार्टियां मैदान में थी तो वहीँ आंध्र में टीडीपी , वाईएसआर कांग्रेस ,कांग्रेस और पवन कल्याण की जन सेना पार्टी जैसे कई छोटे बड़े प्रतिद्वंदी मैदान में हैं | 
हालाँकि भाजपा के पक्ष में जो बात जाती है वो  ये है की राज्य में आरएसएस का संगठन बेहद विस्तृत है और पार्टी भी बूथ स्तर अपने संगठन का विस्तार कर चुकी है | 
आंध्र में भाजपा के पास 1990 से अब तक (1998 को छोड़कर ) 3 प्रतिशत वोट शेयर रहा है | 
राज्य में भाजपा के पास बड़े चेहरे की कमी है और सभी क्षेत्रीय दलों द्वारा भाजपा को  खलनायक की भूमिका में पेश किये जाने से , दूसरी पार्टियों का  नेता फ़िलहाल भाजपा जाने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहा है | 
ऐसे में अभी की परिश्थितियों  हुए 2019 के आम चुनावों में भाजपा से बहुत अच्छे प्रदर्शन करना शायद ठीक नहीं होगा  लेकिन अगर पार्टी इस तरह राज्य में अपने संगठन  विस्तार  करती रही अगले 2 -3 चुनावों में भाजपा भी आंध्र प्रदेश की मुख्य राजनीतिक धारा में आ सकती है |